शनिवार को एक विशेष बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश और धर्म की स्थापना के लिए सिख गुरुओं का बलिदान अनुकरणीय है, इसलिए सिख गुरुओं के त्योहारों को पूरे प्रदेश में परंपरागत तौर पर उल्लास के साथ मनाया जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आगामी सत्र से सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान की अमर गाथा को स्कूली पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनाया जाएगा। यही नहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर गुरु तेग बहादुर के जीवनवृत्त पर आधारित पुस्तक भी तैयार की जाएगी। इस विशेष अवसर पर 11,000 सहज पाठ का महायज्ञ भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए कि पूरे प्रदेश में वीर बाल दिवस का विशेष समारोह मनाया जाएगा। गुरु ग्रंथ साहब का पाठ हो, इस कार्यक्रम में सभी ग्रंथियों को भी आमंत्रित किया जाए। सभी जनपदों के सभी गुरुद्वारों में होने वाले इस आयोजन में सांसद, महापौर, विधायक, विधान परिषद सदस्य समेत जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों को भी आमंत्रित किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी सिख गुरु हमारे प्रेरणास्रोत हैं। इनकी जीवनी और बलिदान को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएं। इनसे जुड़े विषयों पर कविता, निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित किए जाएं। इसके अलावा विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाए।