एक सोशल मीडिया पोस्ट में, इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव चारु चंदा दास ब्रह्मचारी ने कहा कि देश में आध्यात्मिक संस्था का आधिकारिक फेसबुक पेज, 'इस्कॉन टीवी ढाका' - बांग्लादेशी साइबर अपराधियों के निशाने पर आ गया है।
चारु चंदा दास ने इस फेसबुक पेज को 'सनातन धर्म, इस्कॉन की शिक्षाओं और हिंदू आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए एक अभिन्न मंच' बताया।
चारु चंदा दास ने कहा, "दुर्भाग्यवश, हमारे इस्कॉन टीवी ढाका पेज को साइबर डिफेंडर बांग्लादेश नामक एक ग्रुप ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से निशाना बनाया और इसे हटा दिया। इसमें ऐसे लोगों शामिल हैं जो खुद को साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ के रूप में पेश करते हैं। इस ग्रुप ने सार्वजनिक रूप से हमले की जिम्मेदारी ली है, जो फेसबुक की नीतियों का स्पष्ट उल्लंघन है और हमारे समुदाय के साइबर उत्पीड़न का प्रमाण है।"
इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव ने कहा कि साइबर अपराधियों के ग्रुप ने मायापुर टीवी, जयपताका स्वामी बांग्ला और इस्कॉन यूथ फोरम सिलहट सहित अन्य महत्वपूर्ण आध्यात्मिक मीडिया प्लेटफार्मों को भी निशाना बनाया, जिससे व्यापक व्यवधान उत्पन्न हुआ।
चारु चंदा दास ने कहा, "हमने तत्काल कानूनी कार्रवाई की, बांग्लादेश पुलिस में एक जनरल डायरी (जीडी) दाखिल की और साइबर अपराध जांच विभाग, डीएमपी, ढाका के साथ लगातार संवाद किया। साइबर अपराध जांच के उपायुक्त ने हमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हमें उनके समर्थन पर पूरा भरोसा है और हम शीघ्र न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।"
इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव ने कहा, "उन्होंने एक बार इस्कॉन टीवी ढाका पेज को सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया था, लेकिन हमलावरों ने फिर से हमला किया और पेज को बंद कर दिया। इस झटके के बावजूद, गरुड़ साइबर शील्ड ने पेज को बहाल करने और इसकी सुरक्षा को मजबूत करने के अपने प्रयास जारी रखे हैं। मैं बांग्लादेश पुलिस और साइबर अपराध जांच विभाग से इन अपराधियों के खिलाफ तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करने की अपील करता हूं। साइबर उत्पीड़न एक अपराध है और धार्मिक प्लेटफार्मों पर इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।"
चारु चंदा दास ने हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को गिरफ्तार करने के लिए बांग्लादेशी अधिकारियों की कड़ी आलोचना की, जो इस्कॉन बांग्लादेश से भी जुड़े हैं।
चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई जब मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर बांग्लादेश के हिंदू समुदाय पर अत्याचार करने के कई आरोप लगे हैं।
मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। उनकी जमानत याचिका का खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया।