ऐसे ही, नालंदा जिले के बिहारशरीफ स्थित डॉक्टर कॉलोनी के निवासी विश्वजीत कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई 'प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' का लाभ उठाकर अपने घर पर 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया है। इस पहल से विश्वजीत और उनके परिवार को बिजली बिल में बड़ी राहत मिली है।
विश्वजीत ने बताया कि पहले उन्हें स्मार्ट मीटर की वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बीच-बीच में बिजली कट जाती थी और रिचार्ज में भी दिक्कतें आती थीं। लेकिन इस योजना के माध्यम से उन्हें एक नई दिशा मिली। उन्होंने एक वेंडर का चुनाव कर 2 लाख रुपए की इस परियोजना में निवेश किया। सरकार द्वारा 78,000 रुपए की सब्सिडी दी गई, जिसके बाद सोलर सिस्टम लगाने का उनका खर्च मात्र 1,22,000 रुपए आया।
उन्होंने बताया कि सोलर पैनल लगाने के बाद पिछले दो महीने से उनकी घरेलू बिजली की खपत पूरी हुई, इसके साथ ही करीब 148 यूनिट बिजली वह सरकार को भी बेच चुके हैं, जिससे उनको आर्थिक लाभ हुआ है। उन्होंने इस योजना के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
वहीं अडानी सोलर के वेंडर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि मणिकांत कुमार ने बताया कि प्रत्येक तीन किलोवाट का सोलर पैनल प्रतिदिन 15 यूनिट बिजली जनरेट कर रहा है और महीने में यह औसत 400 से 450 यूनिट बिजली का उत्पादन करता है।
वेंडर के अनुसार, इस योजना के कारण इन्वेस्टमेंट की रिकवरी 4 वर्षों में हो जाती है और 30 साल तक बिजली बिल में छूट मिलती है। प्रधानमंत्री मोदी की इस योजना ने आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अडानी की सोलर पैनल की नई तकनीक मौसमी बदलावों के बावजूद भी कारगर है।
बता दें कि प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने सोलर पावर को घर-घर में पहुंचाकर बिजली की लागत को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे आम जनजीवन में सकारात्मक बदलाव दिखाई दे रहा है।