बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत ने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट जीती। दिग्गज विक्रमादित्य सिंह को पटखनी दी। छह बार मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य को बड़े अंतर से चुनाव हराया। इस जीत ने कंगना को राजनीति में एक नया मुकाम दिलाया। वो संसद से लेकर सड़क तक जनता के तमाम मुद्दों को लेकर मुखर नजर आती हैं। उनका पूछा पहला सवाल भी सटीक, सादा और कला से जुड़ा था। उन्होंने हिमाचल की काठ कुणी कला शैली को लेकर प्रश्न पूछा। संसद के बाहर भी विभिन्न मुद्दों पर धड़ल्ले से बोलीं।
मथुरा से जीत की हैट्रिक लगाते हुए दिग्गज अभिनेत्री हेमा मालिनी संसद पहुंची। "ड्रीम गर्ल" के नाम से मशहूर हेमा मालिनी भाजपा के टिकट पर एक बार फिर मथुरावासियों का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहीं। निचले सदन में एक सवाल ऐसा किया जो भारत की जड़ों से जुड़ा है। हेमा ने अपने जिले में राष्ट्रीय पक्षी मोर की घटती संख्या पर फिक्र जाहिर की थी। अपनी ही सरकार से सवाल किया कि क्या इसे लेकर कुछ काम हुआ है। हेमा अपनी बात तोल मोल कर बोलती हैं। कई बार मीडिया ब्रीफिंग में खामोश रहकर बात रखना बेहतर समझती हैं।
बंगाली अभिनेता से नेता बनीं टीएमसी की जून मालिया छोटे और बड़े पर्दे का बड़ा नाम हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर से अपनी दोस्त और भाजपा की अग्निमित्रा पॉल को कड़े मुकाबले में हराकर जीत हासिल की। 2021 में मालिया मेदिनीपुर से पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य के रूप में चुनी गईं।
टीएमसी की ही शताब्दी रॉय चौथी बार संसद पहुंचीं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के बीरभूम से भाजपा के देबतनु भट्टाचार्य को हराकर जीत हासिल की थी। साल की शुरुआत में ही यानि जनवरी 2024 में उन्होंने एक भगवान राम को लेकर ऐसा बयान दिया की विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने श्री राम को बीपीएल श्रेणी का बता दिया था। चार बार जीत दर्ज करने वाली शताब्दी जितना स्क्रीन पर बेबाक हैं उतनी ही राजनीति की पिच पर बल्लेबाजी करने में माहिर हैं।
पश्चिम बंगाल की ही एक और अभिनेत्री चर्चा में हैं। हिंदी, अंग्रेजी और बांग्ला में बराबर का दखल रखती हैं। इनका नाम सायोनी घोष हैं। जिनका संसद में सत्ता पक्ष को निशाने पर लेकर कही गई बात खूब चर्चा में है। शीतकालीन सत्र के दौरान जादवपुर की इस टीएमसी सांसद ने ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतकाम देखेगी डायलॉग बोल सबको चौंका दिया। बेरोजगारी के मुद्दे पर बोलीं तो एक के बाद एक कई शेर सुना दिए।