प्रतियोगिता में शामिल रहे 12 घुड़सवारों में से केवल 8 ने चुनौतीपूर्ण कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा किया। म्यांमार के क्याव उन्ना आंग ने 89.66 सेकंड में कोर्स पूरा करके चौथा स्थान हासिल किया। उनके बाद थाईलैंड के पापुंगकोर्न पब्बामनन का स्थान रहा, जिन्होंने 92.50 सेकंड का समय निकाला। कंबोडिया के मेंगलोंग रिंडा ने 70.77 सेकंड का सबसे तेज समय दर्ज किया, लेकिन उन्हें 4 पेनल्टी पॉइंट मिले, जिससे वे रैंकिंग में नीचे आ गए। मलेशिया के मुहम्मद नजीरुल अम्सयार ने 88.96 सेकंड में कोर्स पूरा किया, जिसमें उन्हें 4 पेनल्टी पॉइंट मिले, जबकि भारत के अविक भाटिया ने 8 पेनल्टी पॉइंट के साथ 74.40 सेकंड में कोर्स पूरा किया।
ईएफ़आई के महासचिव कर्नल जयवीर सिंह ने कहा,” हमें सूर्य आदित्य और सभी प्रतिभागियों पर उनके कौशल और दृढ़ संकल्प के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अविश्वसनीय रूप से गर्व है। 14 वर्षों के बाद भारत में एईएफ कप सीएसआईवीआई-बी की मेजबानी करना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और यह हमारे देश में घुड़सवारी खेलों की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। हम आगामी दौर में और अधिक रोमांचक प्रदर्शनों की उम्मीद करते हैं।”
दुर्भाग्य से, तीन राइडर्स- उज्बेकिस्तान की तैसिया लोकटेवा, चीनी ताइपे की असतो अमामी और पाकिस्तान के मुहम्मद खान नियाजी- रिफ्यूज़ल और फॉल्स के कारण बाहर हो गए। इसके अलावा, सऊदी अरब की माधी ए ए एच अलखामिस कोर्स के बीच में ही रिटायर हो गए ।
14 साल बाद भारत में लौट रहा एईएफ कप सीएसआईवाई-बी, राइडर्स के लिए नए कोर्स ऑबस्टिकल्स और एक रोमांचक जंप-ऑफ इवेंट के साथ दूसरे दिन भी जारी रहेगा।
मेजबान भारत सहित 11 देशों के राइडर्स बेंगलुरु में अत्याधुनिक सर्ज स्टेबल्स में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। यह इवेंट 11 से 13 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें दुनिया भर से शीर्ष स्तर की घुड़सवारी प्रतिभाओं का जमावड़ा है।