केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्रीय गृह विभाग मणिपुर में दंगों को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहा है। यह एक संवेदनशील मुद्दा है। मणिपुर में सब कुछ ठीक करने की पूरी कोशिश की गई है। मणिपुर के दंगे संवेदनशील और जटिल हैं। मैं इसकी तुलना पिछले दंगों से नहीं करता। पहले भी इसी तरह के दंगे हुए हैं। तब ऐसा कोई नियंत्रण नहीं था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और गृह मंत्रालय को ओर से वहां हालात को काबू में करने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।
इसके अलावा उन्होंने कहा मणिपुर के इतिहास में पहले भी ऐसा हुआ है। तीन से लेकर पांच साल तक चलता रहा है। बातचीत के जरिये और पुलिस कार्रवाई की मदद से इसे नियंत्रित किया जा रहा है।
महाराष्ट्र चुनाव के बारे में बात करते हुए जोशी ने कहा कि मैं वहां प्रचार करने गया हूं। महाराष्ट्र और झारखंड में हम बहुत बड़े पैमाने पर जीतेंगे। हरियाणा में तीसरी बार हम जीते। महाराष्ट्र में भी हम जीतेंगे। 2019 का चुनाव देखें तो तब भी जनादेश हमें ही मिला था, हमने 130 सीटें जीती थीं।
उस समय उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने भाजपा के साथ धोखा किया और तीन अन्य पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बना ली। उद्धव ठाकरे ने हिंदू विरोधी ताकतों और बाला साहेब ठाकरे के विरोधियों के साथ मिलकर सरकार बना ली। इस कारण शिवसेना के कई विधायक नाराज हो गए और फिर महायुति बनी। देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में वहां बहुत काम हुआ है। उन्होंने कहा कि वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर काफी लोकप्रियता है। मुझे पूरा विश्वास है कि वहां पूर्ण बहुमत की महायुति की सरकार बनेगी।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।